अलवर का ‘आरती बालिका गृह’.

जहाँ खोई बेटियाँ पाती हैं मरहम, उम्मीद और घर का रास्ता
एक ऐसे संसार में जहाँ अक्सर गुमशुदा लड़कियों के साथ बुरा बर्ताव होता है, राजस्थान का ‘आरती बालिका गृह’ उन्हें उम्मीद दे रहा है, और उन्हें उनके परिवारों से मिला रहा है। अलवर स्थित यह आश्रय गृह उन लड़कियों के लिए एक सुरक्षित ठिकाना है जो या तो खो गई हैं, छोड़ दी गई हैं, या किसी संकट में हैं।
‘आरती बालिका गृह’ में लड़कियों को शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण और परामर्श जैसी सुविधाएं मिलती हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें। गृह का मुख्य उद्देश्य इन बच्चियों को उनके परिवारों से फिर से मिलाना है, जिसके लिए वे लगातार प्रयास करते रहते हैं। सामाजिक कार्यकर्ताओं की एक समर्पित टीम लड़कियों के परिवारों का पता लगाने और उन्हें सुरक्षित रूप से घर वापस भेजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। कई लड़कियों के लिए, यह गृह अंधेरे में एक रोशनी की तरह है, जो उन्हें नई शुरुआत का अवसर देता है।
यह संस्थान न केवल लड़कियों को आश्रय प्रदान करता है, बल्कि समाज को भी एक महत्वपूर्ण संदेश देता है कि हर खोई हुई बच्ची अनमोल है और उसे सम्मान और प्यार पाने का अधिकार है। ‘आरती बालिका गृह’ गुमशुदा बच्चों की समस्या के प्रति जागरूकता बढ़ाने और ऐसे जरूरतमंद बच्चों की मदद के लिए प्रेरित करने का एक प्रेरणादायक उदाहरण है।