उत्तर बंगाल: उत्तर बंगाल में एक साढ़े तीन साल के बच्चे की दांत निकालने के बाद मौत हो गई।

परिवार ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

घटना का विवरण:

प्रियंक सरकार (3.5 वर्ष) को दांत में दर्द होने पर पहले एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में ले जाया गया।
वहां से उन्हें उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज (एनबीएमसी) रेफर कर दिया गया।
लेकिन एनबीएमसी में डॉक्टरों की अनुपलब्धता के कारण उन्हें एक निजी क्लिनिक में ले जाया गया।
निजी क्लिनिक में बच्चे का दांत निकाला गया।
दांत निकालने के बाद बच्चे की हालत बिगड़ने लगी।
बच्चे को तुरंत एनबीएमसी ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिवार ने निजी क्लिनिक के डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है?

यह खबर हमें बताती है कि चिकित्सा लापरवाही कितनी गंभीर हो सकती है।
यह खबर हमें यह भी बताती है कि हमें बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति कितना सतर्क रहना चाहिए।
हमें क्या करना चाहिए?

हमें बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना चाहिए।
हमें योग्य डॉक्टरों से ही इलाज कराना चाहिए।
हमें चिकित्सा लापरवाही के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।

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