एईआरबी ने गुजरात में दो 700 मेगावाट पीएचडब्ल्यूआर को लाइसेंस दिया।

अहमदाबाद, गुजरात: भारत के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम के लिए यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (AERB) ने गुजरात में निर्मित दो स्वदेशी 700 मेगावाट के प्रेशराइज्ड हेवी वाटर रिएक्टर (PHWRs) को परिचालन लाइसेंस प्रदान कर दिया है। यह कदम देश की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने और परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा मील का पत्थर है।
ये रिएक्टर पूरी तरह से भारत में डिजाइन और निर्मित किए गए हैं, जो देश की उन्नत परमाणु प्रौद्योगिकी क्षमताओं को प्रदर्शित करता है। भारत के पास पहले से ही 220 मेगावाट क्षमता के 15 PHWRs और 540 मेगावाट क्षमता के दो PHWRs देश भर के विभिन्न स्थलों पर कार्यरत हैं। नए 700 मेगावाट के रिएक्टर पिछले मॉडलों की तुलना में अधिक कुशल और सुरक्षित हैं, जो नवीनतम सुरक्षा मानकों का पालन करते हैं। एईआरबी द्वारा दिया गया यह लाइसेंस, इन रिएक्टरों की सुरक्षा और विश्वसनीयता पर नियामक संस्था के विश्वास को दर्शाता है।
इन नए रिएक्टरों के चालू होने से देश की स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, जिससे कार्बन उत्सर्जन कम करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने के भारत के प्रयासों को बल मिलेगा। यह उपलब्धि भारत को परमाणु ऊर्जा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में स्थापित करती है।