एसपी कॉलेज में ‘वर्ल्ड डाउन सिंड्रोम डे’ मनाया गया, जागरूकता बढ़ाने पर दिया गया जोर.

दुमका: एसपी कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग द्वारा शुक्रवार को ‘वर्ल्ड डाउन सिंड्रोम डे’ मनाया गया। इस अवसर पर मानसिक स्वास्थ्य परामर्श केंद्र के निदेशक सह विभागाध्यक्ष डॉ. विनोद कुमार शर्मा की अध्यक्षता में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में डाउन सिंड्रोम के प्रति जागरूकता फैलाना और इससे प्रभावित लोगों को सहयोग देने के लिए प्रेरित करना था।

डाउन सिंड्रोम: एक अनुवांशिक विकार

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. शर्मा ने कहा कि डाउन सिंड्रोम एक जैनेटिक विकार है, जिसे 21वें गुणसूत्र में असामान्यता के कारण माना जाता है। इसमें एक अतिरिक्त क्रोमोजोम जुड़ जाता है, जिससे मानसिक और शारीरिक विकास प्रभावित होता है। उन्होंने कहा कि यह मानसिक मंदता का एक प्रकार है, लेकिन जागरूकता और सही देखभाल से प्रभावित लोगों को बेहतर जीवन दिया जा सकता है।

समाज में सकारात्मक बदलाव की जरूरत

कार्यक्रम में उपस्थित मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञों और छात्रों ने इस विकार से प्रभावित लोगों को समाज की मुख्यधारा में लाने की जरूरत पर जोर दिया। वक्ताओं ने बताया कि डाउन सिंड्रोम से ग्रसित बच्चे भी शिक्षा, खेल और कला के विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं, यदि उन्हें सही मार्गदर्शन और सहयोग मिले।

जागरूकता और परामर्श से संभव है सुधार

डॉ. शर्मा ने कहा कि माता-पिता और शिक्षकों को विशेष रूप से जागरूक किया जाना चाहिए ताकि वे शुरुआती लक्षणों को पहचानकर सही समय पर चिकित्सा और परामर्श प्राप्त कर सकें। उन्होंने यह भी बताया कि मानसिक स्वास्थ्य परामर्श केंद्र इस दिशा में लगातार कार्य कर रहा है और विशेष जरूरतों वाले बच्चों की काउंसलिंग और थेरेपी की सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है।

कार्यक्रम में छात्रों की भागीदारी

इस अवसर पर मनोविज्ञान विभाग के छात्रों ने पोस्टर और प्रेजेंटेशन के माध्यम से डाउन सिंड्रोम से जुड़ी जानकारियां साझा कीं। छात्रों ने इस विकार से पीड़ित बच्चों के जीवन में बदलाव लाने के उपायों पर भी चर्चा की।

उपसंहार

यह जागरूकता कार्यक्रम डाउन सिंड्रोम के प्रति समाज की सोच बदलने की दिशा में एक सकारात्मक कदम था। आयोजकों ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के जरिए मानसिक स्वास्थ्य और अनुवांशिक विकारों को लेकर समाज में अधिक संवेदनशीलता लाई जा सकती है।

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