कर्नाटक में ट्रक मालिकों की हड़ताल का दूसरा दिन, माल ढुलाई ठप, जरूरी सामानों की आपूर्ति बाधित

कर्नाटक में मंगलवार को ट्रक और लॉरी मालिकों की राज्यव्यापी हड़ताल का दूसरा दिन रहा।
हड़ताल की वजह से निर्माण सामग्री और जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति पूरी तरह से बाधित हो गई है।
हड़ताल सोमवार की आधी रात से शुरू हुई थी और इसका असर पूरे राज्य में देखने को मिला।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने ‘कावेरी’ निवास पर लॉरी मालिक संघ के प्रतिनिधियों से बातचीत की।
बैठक में मुख्यमंत्री ने हड़ताल वापस लेने की अपील करते हुए कहा कि आम जनता को परेशानी हो रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि डीजल पर ₹2 का टैक्स बढ़ाया गया है, लेकिन फिर भी पड़ोसी राज्यों से दाम कम हैं।
ट्रक मालिक संघ ने सरकार के आश्वासन को नाकाफी बताते हुए हड़ताल जारी रखने का फैसला लिया।
उनका कहना है कि लंबे समय से लंबित मांगों पर सरकार ने ध्यान नहीं दिया है।
हड़ताल की वजह से सब्जी, दूध, और ईंधन जैसी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति पर असर पड़ा है।
निर्माण कार्य पूरी तरह ठप हो गए हैं क्योंकि सीमेंट, रेत, और लोहे जैसी सामग्री नहीं पहुंच रही।
ट्रक यूनियन ने डीजल टैक्स बढ़ोतरी को पूरी तरह से वापस लेने की मांग दोहराई।
मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार कुछ मांगों पर गंभीरता से विचार करेगी।
वार्ता में कोई ठोस समाधान न निकलने से स्थिति और गंभीर होती जा रही है।
हड़ताल के चलते परिवहन विभाग को भी करोड़ों के राजस्व नुकसान की आशंका है।
लॉरी मालिकों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द हल नहीं निकला, तो हड़ताल और तेज होगी।
राज्य सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है कि वह जल्द समाधान निकाले।
आम लोग भी अपील कर रहे हैं कि सरकार और संघ बातचीत से समाधान निकालें।
अब नजरें आगामी बैठक पर टिकी हैं जिसमें सरकार और यूनियन फिर मिल सकते हैं।
अगर जल्द हल नहीं निकला, तो आम जनता की दिक्कतें और भी बढ़ सकती हैं।