किश्तवाड़ बादल फटने की भयावहता याद करते चश्मदीद
किश्तवाड़, जम्मू-कश्मीर: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में हाल ही में हुए बादल फटने की घटना ने भीषण तबाही मचाई है। चश्मदीदों ने उस भयावह मंजर को याद करते हुए बताया कि कैसे अचानक आया पानी उन्हें ‘एक सागर की तरह बहा ले गया’। यह त्रासदी किश्तवाड़ के मचैल माता मंदिर के पास हुई, जहाँ सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे।
जिस समय यह त्रासदी हुई, उस समय किश्तवाड़ जिले में स्थित एक पूजनीय हिंदू तीर्थस्थल, मचैल माता के लगभग 300 श्रद्धालु सामुदायिक रसोई में भोजन कर रहे थे। अचानक आए पानी के सैलाब ने सब कुछ अपनी चपेट में ले लिया। लोगों को संभलने का मौका भी नहीं मिला और देखते ही देखते कई लोग मलबे और पानी के तेज बहाव में बह गए।
इस घटना में कई लोगों की जान चली गई और कई लापता हो गए। बचाव अभियान अभी भी जारी है, लेकिन कठिन भौगोलिक परिस्थितियां और मलबे का ढेर इसमें बाधा डाल रहे हैं। यह घटना एक बार फिर से पहाड़ी इलाकों में प्राकृतिक आपदाओं के खतरों को उजागर करती है और ऐसे संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा उपायों की आवश्यकता पर बल देती है।
