कीव: रूस और यूक्रेन के बीच शनिवार को जोरदार हवाई हमले हुए, जिसमें दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर 100 से अधिक ड्रोन हमले का आरोप लगाया।

ये हमले ऐसे समय में हुए जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ के बीच युद्धविराम प्रस्ताव पर चर्चा के लिए बैठक के 24 घंटे के भीतर ही हिंसा तेज हो गई।
पुतिन ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वह युद्धविराम के सिद्धांत का समर्थन करते हैं, लेकिन इससे पहले कई बिंदुओं को स्पष्ट करना जरूरी होगा।
यूक्रेन पहले ही इस 30-दिन के युद्धविराम प्रस्ताव का समर्थन कर चुका है।
हालांकि, यूक्रेनी अधिकारियों ने आशंका जताई है कि रूस इस समझौते को लेकर गंभीर नहीं हो सकता।
शनिवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर की मेजबानी में पश्चिमी सहयोगियों के साथ वर्चुअल बातचीत के बाद ज़ेलेंस्की ने संवाददाताओं से बात की।
ज़ेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन 30-दिन के पूर्ण युद्धविराम प्रस्ताव का समर्थन करता है।
उन्होंने यह भी कहा कि रूस इस वार्ता को बाधित करने के लिए शर्तें और अड़चनें पैदा कर सकता है।
स्टारमर ने सहयोगियों से कहा कि पुतिन पर युद्धविराम के लिए दबाव बनाए रखें।
उन्होंने यूक्रेन को “शांति का समर्थक” बताते हुए कहा कि पुतिन को “जल्द या देर से” वार्ता की मेज पर आना ही पड़ेगा।
शनिवार को एक बयान में ज़ेलेंस्की ने रूस पर अपनी सीमाओं पर सेना बढ़ाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि रूसी सेना का यह जमावड़ा इस बात का संकेत है कि रूस कूटनीति की अनदेखी कर रहा है।
ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूस का इरादा युद्ध को लंबा खींचने का है।
अगर रूस ने अमेरिकी प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया तो यूक्रेन “कड़े और स्पष्ट” जवाब के लिए तैयार रहेगा।
उन्होंने कहा कि यूक्रेनी सैनिक रूस के कुर्स्क क्षेत्र में अपनी स्थिति बनाए हुए हैं।
शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि “हजारों” यूक्रेनी सैनिक रूसी सेना द्वारा घेर लिए गए हैं।
इस पर ज़ेलेंस्की ने कहा कि कुर्स्क क्षेत्र में हमारे सैनिक अभियान चला रहे हैं और स्थिति नियंत्रण में है।
उन्होंने दावा किया कि वहां यूक्रेनी सेना रूसी और उत्तर कोरियाई बलों को पीछे धकेल रही है।
ज़ेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेनी सैनिकों के घिरने की खबरें गलत हैं और उनकी सेना पूरी तरह से तैयार है।
रूस और यूक्रेन के बीच इस संघर्ष ने वैश्विक सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।