केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने छत्तीसगढ़ के तीन पूर्व शीर्ष लोक सेवकों के खिलाफ जांच को ‘प्रभावित’ करने के आरोप में मामला दर्ज किया है।

सीबीआई ने यह कार्रवाई नारगिक आपूर्ति निगम (एनएएन) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के मामलों में चल रही कार्यवाही को कथित रूप से प्रभावित करने की कोशिश के चलते की है।
जिन तीन पूर्व शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, उनमें तत्कालीन संयुक्त सचिव अनिल टुटेजा, तत्कालीन प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला और तत्कालीन महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा शामिल हैं। सीबीआई ने बताया कि यह मामला, जिसकी पहले राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो द्वारा जांच की जा रही थी, अब सीबीआई द्वारा फिर से दर्ज किया गया है।
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि इन लोक सेवकों ने अपने आधिकारिक पदों का दुरुपयोग करते हुए 2015 में रायपुर में ईओडब्ल्यू/एसीबी में दर्ज नान मामले और उससे जुड़े ईडी मामले में चल रही कार्यवाही को प्रभावित करने की कोशिश की। सीबीआई ने रायपुर में दो स्थानों पर दो पूर्व लोक सेवकों के परिसरों पर तलाशी भी की, जिससे कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए हैं।