कैलाश मानसरोवर यात्रा का पहला जत्था 4 जुलाई को उत्तराखंड पहुंचेगा.

KMVN टीम ने मार्ग को सुरक्षित बताया
धारचूला, उत्तराखंड: आध्यात्मिक महत्व रखने वाली कैलाश मानसरोवर यात्रा का पहला जत्था 4 जुलाई को उत्तराखंड पहुंचने वाला है। यह खबर उन हजारों श्रद्धालुओं के लिए राहत भरी है जो इस पवित्र यात्रा का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। कुमाऊं मंडल विकास निगम (KMVN) की टीम ने हाल ही में यात्रा मार्ग का दौरा कर सुरक्षा की पुष्टि की है।
KMVN की एक टीम ने हाल ही में कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग के अंतिम छोर तक का दौरा किया और पुष्टि की कि पूरा रास्ता सुरक्षित है और यात्रियों के लिए तैयार है। यह पुष्टि विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि उत्तराखंड में मॉनसून के दौरान भूस्खलन और सड़कों के अवरुद्ध होने की आशंका रहती है। अधिकारियों ने यात्रा मार्ग पर सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं। इसमें स्वास्थ्य सुविधाएं, आपातकालीन सेवाएं और ठहरने की व्यवस्था शामिल है।
कैलाश मानसरोवर यात्रा हिंदू, बौद्ध और जैन धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यधिक पवित्र मानी जाती है। यह यात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि उत्तराखंड के पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है। मार्ग की सुरक्षा की पुष्टि से यात्रियों में विश्वास बढ़ेगा और यात्रा सुचारू रूप से संपन्न हो सकेगी।