क्यों हर बार हादसे के बाद जागता है प्रशासन?
रेवारातू की घटना चेतावनी है, इसे अनदेखा नहीं किया जा सकता
रेवारातू गांव में पत्थर माइंस का विस्फोट सिर्फ एक घटना नहीं बल्कि चेतावनी है। जब गांव में बच्चे पढ़ रहे हों और उनके पास पत्थर गिरें, तो यह सामान्य नहीं है। यह व्यवस्था की विफलता और सुरक्षा नियमों की अनदेखी का परिणाम है।
पहले भी गांव वालों ने विरोध किया था और घटना विवाद तक पहुंची थी। लेकिन इसके बावजूद माइंस संचालन जारी रहा। आज फिर लोग घायल होने से बचे हैं लेकिन क्या हर बार किस्मत साथ देगी?
जरूरत है कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से देखे और तुरंत सुरक्षा मानकों की समीक्षा करवाए। अगर कोई व्यवस्था जनता को डर में जीने पर मजबूर कर दे, तो वह विकास नहीं खतरा बन जाती है।
