जम्मू का एकमात्र प्राचीन बौद्ध स्थल अंबारन उपेक्षित

1973 में खोजे गए इस स्थल को पर्यटन विभाग द्वारा प्रचारित नहीं किया जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों में रोष है।

अंबारन में कई बौद्ध स्तूप और अन्य अवशेष हैं जो इस बात का प्रमाण हैं कि यहां कभी एक समृद्ध बौद्ध समुदाय रहा होगा। लेकिन, वर्षों से इस स्थल की देखभाल नहीं की गई है और यह धीरे-धीरे खंडहर में बदल रहा है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि इस स्थल को विकसित किया जाए तो यह जम्मू-कश्मीर के लिए एक प्रमुख पर्यटन स्थल बन सकता है। लेकिन, सरकार और पर्यटन विभाग इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं।

यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है? यह खबर भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के मुद्दे को उजागर करती है। यह दिखाती है कि कैसे कई ऐतिहासिक स्थल उपेक्षा के शिकार हो रहे हैं। यह भी दर्शाती है कि स्थानीय समुदाय अपने इतिहास और संस्कृति को बचाने के लिए कितने उत्सुक हैं।

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