जलवायु विशेषज्ञों ने दिल्ली के अप्रत्याशित तूफान को समझा.

शहरी ढांचे पर सवाल उठाए

दिल्ली में हाल ही में आए अप्रत्याशित प्री-मानसून तूफान को जलवायु विशेषज्ञों ने पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर तथा बंगाल की खाड़ी से आई स्थानीय गर्मी और नमी की परस्पर क्रिया का परिणाम बताया है। इस तीव्र मौसम घटना ने शहर के बुनियादी ढांचे की कमजोरियों को उजागर किया है।

विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के चरम मौसम की घटनाएं जलवायु परिवर्तन के कारण भविष्य में और अधिक आम हो सकती हैं। उन्होंने दिल्ली के शहरी नियोजन और जल निकासी व्यवस्था पर चिंता व्यक्त की, जो भारी बारिश और तेज हवाओं का सामना करने के लिए पर्याप्त मजबूत नहीं है। सड़कों पर जलभराव और बिजली गुल होने जैसी समस्याएं शहर के नाजुक ढांचे को दर्शाती हैं।

जलवायु वैज्ञानिकों ने जोर दिया है कि दिल्ली को भविष्य में ऐसे मौसम परिवर्तनों के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है। इसके लिए बेहतर जल प्रबंधन, मजबूत बुनियादी ढांचे का विकास और हरित क्षेत्रों का विस्तार महत्वपूर्ण है।

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