जसौदा मां कस्तूरी: अनाथ बच्चों की ममता भरी मां

कालाहांडी (ओडिशा): कस्तूरी जाल, जिन्होंने अपने प्यार से 1,200 से अधिक अनाथ बच्चों को मां की ममता दी, आज जसौदा अनाथालय की पहचान बन चुकी हैं। उन्होंने न सिर्फ इन बच्चों का पालन-पोषण किया बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाया।

मुख्य बिंदु:

  1. कस्तूरी जाल ने कालाहांडी जिले में जसौदा अनाथालय की स्थापना की।
  2. वह 1,200 से अधिक अनाथ बच्चों की मां बन चुकी हैं।
  3. उनका उद्देश्य अनाथ बच्चों को परिवार जैसा माहौल देना है।
  4. उन्होंने बच्चों को शिक्षा, संस्कार और आत्मनिर्भर बनने का अवसर दिया।
  5. वह न केवल बच्चों को पालती हैं, बल्कि उनकी शादी भी कराती हैं।
  6. कई बच्चे बड़े होकर डॉक्टर, इंजीनियर और शिक्षक बन चुके हैं।
  7. उनका अनाथालय सरकार या किसी संस्था की मदद पर निर्भर नहीं है।
  8. समाजसेवियों और स्थानीय लोगों के सहयोग से अनाथालय चलता है।
  9. हर नवजात को वह अपने बच्चे की तरह गोद लेती हैं।
  10. वे खुद ही बच्चों के लिए लोरी गाती और कहानियां सुनाती हैं।
  11. कस्तूरी मां बच्चों के जन्मदिन और त्योहार भी धूमधाम से मनाती हैं।
  12. उनका कहना है कि हर बच्चे को परिवार और प्यार मिलना चाहिए।
  13. वह जरूरतमंद बच्चों को उच्च शिक्षा तक की सुविधा देती हैं।
  14. अनाथ बच्चों को समाज में पहचान दिलाने के लिए संघर्ष कर रही हैं।
  15. उनके प्रयासों की चर्चा पूरे ओडिशा में हो रही है।
  16. उन्होंने अपने जीवन को पूरी तरह बच्चों के लिए समर्पित कर दिया है।
  17. उनके द्वारा पाले गए कई बच्चे अब खुद समाजसेवी बन चुके हैं।
  18. वे कहती हैं कि मां बनने के लिए खून का रिश्ता जरूरी नहीं होता।
  19. उनका सपना है कि कोई भी बच्चा अनाथ न रहे।
  20. कस्तूरी मां को समाज सेवा के लिए कई पुरस्कारों से नवाजा गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *