ट्रंप की शुल्क धमकियों से वैश्विक बाजार में हलचल, भारत भी प्रभावित.

नई दिल्ली : अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शुल्क बढ़ाने की धमकियों ने वैश्विक बाजार में उथल-पुथल मचा दी है। इस घटनाक्रम का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखने को मिल रहा है, जिससे छोटे निवेशक और कारोबारी समुदाय चिंतित हैं। ट्रंप के बयानों के बाद अमेरिकी स्टॉक मार्केट में गिरावट दर्ज की गई, जिसका प्रभाव अन्य देशों के बाजारों पर भी पड़ा।
भारतीय बाजार में अस्थिरता, निवेशकों की चिंता बढ़ी
ट्रंप द्वारा आयात शुल्क बढ़ाने की धमकी के बाद भारतीय बाजार में भी अस्थिरता देखी जा रही है। सेंसेक्स और निफ्टी में उतार-चढ़ाव जारी है, जिससे छोटे और मध्यम निवेशक चिंतित हैं।
महामारी के दौरान शेयर बाजार में निवेश शुरू करने वाले कनिष्क, पूज और शाह जैसे निवेशकों ने बताया कि वे इस उतार-चढ़ाव को लेकर सतर्क हैं।
निवेशक कनिष्क ने कहा, “हमने महामारी के दौरान निवेश की शुरुआत की थी, लेकिन अब वैश्विक घटनाओं से बाजार पर असर पड़ रहा है। हमें डर है कि कहीं यह गिरावट लंबी न चल जाए।”
वहीं, निवेशक पूज का कहना है कि “बाजार में गिरावट के कारण हमें निवेश रणनीति पर फिर से विचार करना पड़ रहा है।”
विशेषज्ञों की राय: निवेशकों को धैर्य रखने की जरूरत
वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में अस्थिरता अस्थायी हो सकती है और निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है।
स्टॉक मार्केट विश्लेषक राजीव गुप्ता ने कहा, “भारत में दीर्घकालिक निवेशकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। हालांकि, जो लोग लघु अवधि के निवेशक हैं, उन्हें सतर्क रहना चाहिए और अपने निवेश को विविध रूप में बांटना चाहिए।”
ट्रंप के बयानों का वैश्विक असर
ट्रंप ने चीन और अन्य देशों से आयातित वस्तुओं पर भारी शुल्क लगाने की धमकी दी है, जिससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रभावित हो सकता है। इस कदम से अमेरिकी और एशियाई बाजारों में गिरावट दर्ज की गई और भारत सहित अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं में भी चिंता बढ़ गई है।
आगे क्या?
भारतीय निवेशकों और व्यापारियों को संभलकर निवेश करने और बाजार की स्थिति पर नजर बनाए रखने की सलाह दी जा रही है। यदि ट्रंप की नीतियां सख्त होती हैं, तो इसका दीर्घकालिक प्रभाव भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी पड़ सकता है।