तिनसुकिया/डिब्रूगढ़: दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने देश में रह रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश दिया है।

इस आदेश के तहत असम सरकार ने राज्य में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान के लिए जांच शुरू कर दी।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया कि असम में सिर्फ एक पाकिस्तानी नागरिक पाई गई हैं।
यह महिला तिनसुकिया जिले में एक स्थानीय परिवार में शादी कर रह रही हैं।
सीएम सरमा ने कहा कि केंद्र सरकार को इस मामले की जानकारी दी गई है और अंतिम फैसला वही लेगी।
महिला का नाम राबिया आयुष है, जो कराची, पाकिस्तान में 1980 में पैदा हुई थीं।
राबिया की शादी 2013 में तिनसुकिया के मोहम्मद आयुष से हुई थी।
वह 2016 में भारत आईं और तब से यहीं रह रही हैं।
राबिया के पति का बिजनेस तिनसुकिया के थाना चाराली इलाके में है।
उनके पति की माता पाकिस्तान से थीं, जिससे रिश्ता जुड़ा और विवाह हुआ।
राबिया अभी तिनसुकिया शहर के बारपथर इलाके में किराए के मकान में रहती हैं।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, राबिया ने पहले लंबी अवधि के वीजा के लिए आवेदन किया था।
बाद में 2016 में उन्होंने भारतीय नागरिकता के लिए भी आवेदन किया था, लेकिन अब तक मंजूरी नहीं मिली है।
पुलिस के अनुसार, राबिया के पति लंबे समय से तिनसुकिया में व्यापार से जुड़े हैं।
सीएम सरमा ने स्पष्ट किया कि असम में इस एक महिला के अलावा कोई और पाकिस्तानी नागरिक नहीं है।
राज्य सरकार केंद्र से निर्देश मिलने का इंतजार कर रही है कि राबिया को वापस भेजा जाए या नहीं।
पहलगाम हमले के बाद केंद्र ने देशभर में पाकिस्तानी नागरिकों पर सख्ती के निर्देश दिए हैं।
सीएम सरमा ने कहा कि राज्य सरकार पूरी तरह से केंद्र के निर्देशों का पालन करेगी।
राबिया का मामला अब केंद्र सरकार के निर्णय पर निर्भर करेगा।