धनबाद में संगठित अपराधियों पर शिकंजा, गिरोह की पोल खुली.
मुख्य शूटर और सपोर्टर गिरफ्तार, पुलिस को मिली बड़ी सफलता
धनबाद : शहर में संगठित अपराध धीरे-धीरे एक नेटवर्क में बदलते जा रहे थे। असर्फी अस्पताल के पास हुई हत्या ने इस डर को और गहरा कर दिया था। लेकिन अब पुलिस ने इस अपराध के पीछे के गिरोह को पकड़ने की दिशा में अहम कदम बढ़ाया है। इस केस में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में मुख्य शूटर बमकर चौधरी और उसका साथी दीपक वर्मा शामिल हैं। डीएसपी नौशाद आलम ने प्रेसवार्ता कर जानकारी दी।
पुलिस ने शुक्रवार शाम बड़े पैमाने पर छापेमारी शुरू की। लंबे प्रयास के बाद टीम ने बमकर चौधरी को पकड़ा। पूछताछ में उसने पूरे हत्या की योजना और गिरोह का नाम बताया। उसने कहा कि यह कार्रवाई प्रिंस खान गैंग के निर्देश पर हुई। पुलिस ने शनिवार सुबह दीपक को भी गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार दीपक गिरोह को आर्थिक मदद देता था।
तीसरी आंख कही जाने वाली जांच इस केस में निर्णायक साबित हुई। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। इस कार्रवाई के बाद शहर की अपराध पर नियंत्रण की उम्मीद बढ़ी है। यह मामला अब संगठित आपराधिक नेटवर्क के रूप में देखा जा रहा है। पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही इस गिरोह का नेटवर्क पूरी तरह ध्वस्त कर दिया जाएगा।
