नई दिल्ली: भारतीय नौसेना के प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार त्रिपाठी तंजानिया की पांच दिवसीय यात्रा पर रवाना हो गए हैं।

इस दौरान वे अफ्रीका-इंडिया की मैरीटाइम एंगेजमेंट (एआईकेईवाईएमई) नामक नौसेना अभ्यास के साक्षी बनेंगे। यह अभ्यास रविवार से दार एस सलाम के तट पर शुरू होगा, जिसकी सह-मेजबानी भारतीय नौसेना और तंजानिया पीपुल्स डिफेंस फोर्स कर रही हैं।

यह यात्रा भारत और तंजानिया के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग और मजबूत द्विपक्षीय संबंधों का प्रतीक है। एडमिरल त्रिपाठी तंजानिया के शीर्ष सैन्य और सरकारी अधिकारियों के साथ मुलाकात करेंगे, जिसमें आपसी हित के विभिन्न रक्षा और सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।

एआईकेईवाईएमई अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच अंतरसंचालनीयता को बढ़ाना और समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करना है। इस अभ्यास में समुद्री डकैती रोधी अभियान, खोज और बचाव कार्य, और संयुक्त गश्त जैसे विभिन्न नौसैनिक संचालन शामिल होंगे।

भारतीय नौसेना इस अभ्यास में अपने अग्रिम पंक्ति के युद्धपोतों और समुद्री गश्ती विमानों के साथ भाग लेगी, जबकि तंजानिया पीपुल्स डिफेंस फोर्स भी अपने नौसैनिक जहाजों और विमानों के साथ अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करेगी।

एडमिरल त्रिपाठी की यह यात्रा हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की सक्रिय समुद्री सुरक्षा नीति और क्षेत्र के मित्र देशों के साथ साझेदारी को मजबूत करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। तंजानिया पूर्वी अफ्रीका में एक महत्वपूर्ण रणनीतिक भागीदार है, और यह संयुक्त नौसेना अभ्यास दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग को और बढ़ावा देगा।

यात्रा के दौरान, एडमिरल त्रिपाठी तंजानिया की नौसेना की विभिन्न सुविधाओं का भी दौरा करेंगे और वहां के कर्मियों के साथ बातचीत करेंगे। यह दौरा दोनों नौसेनाओं के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं और अनुभवों को साझा करने का एक अवसर भी प्रदान करेगा।

भारत और तंजानिया के बीच रक्षा सहयोग प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण और संयुक्त सैन्य अभ्यासों के माध्यम से लगातार बढ़ रहा है। यह यात्रा इस सहयोग को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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