पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले में मारे गए 26 लोगों में 12 राज्यों के पर्यटक शामिल हैं, जिनमें से अधिकांश महाराष्ट्र से हैं।

इस हमले ने कश्मीर में सामान्य स्थिति के बुलबुले को फोड़ दिया है, जिससे घाटी और शेष भारत में गहरा दुख और गुस्सा है। मृतकों में महाराष्ट्र के छह, गुजरात और कर्नाटक के तीन-तीन, पश्चिम बंगाल के दो और बिहार, चंडीगढ़, हरियाणा, केरल, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, नेपाल का एक पर्यटक और पहलगाम का एक स्थानीय निवासी भी इस हमले में मारा गया।
इस हमले ने स्पष्ट रूप से दिखाया कि आतंकवाद अभी भी कश्मीर में एक गंभीर खतरा बना हुआ है, जबकि सरकार क्षेत्र में शांति और सामान्य स्थिति बहाल होने का दावा कर रही थी। पर्यटकों को विशेष रूप से निशाना बनाकर, आतंकवादियों ने न केवल निर्दोष लोगों की जान ली है, बल्कि कश्मीर के पर्यटन उद्योग को भी एक गहरा झटका दिया है, जो क्षेत्र की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है।
इस आतंकी हमले के कारण कश्मीर के पर्यटन उद्योग पर गहरा संकट आ गया है। पहले से ही कई बुकिंग रद्द हो चुकी हैं, और आगे भी पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आने की आशंका है। पर्यटन से जुड़े व्यवसाय, जैसे होटल, गेस्ट हाउस, और टूर ऑपरेटर, बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। इस हमले से न केवल वर्तमान पर्यटन सीजन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, बल्कि यह कश्मीर की छवि को भी एक असुरक्षित गंतव्य के रूप में स्थापित कर सकता है, जिससे दीर्घकालिक रूप से पर्यटन को भारी नुकसान होगा।