पुडुचेरी: पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन. रंगासामी ने मंगलवार को घोषणा की कि सरकार सभी दुकानों और प्रतिष्ठानों को निर्देश देगी कि वे अपने नाम तमिल भाषा में भी प्रदर्शित करें।

मुख्यमंत्री ने विधानसभा में जीरो आवर के दौरान स्वतंत्र विधायक जी. नेहरू उर्फ़ कुप्पुसामी द्वारा उठाए गए मुद्दे का जवाब देते हुए यह बात कही।
रंगासामी ने कहा कि सरकार इस संबंध में सख्त निर्देश जारी करेगी ताकि दुकानदार अपने प्रतिष्ठानों के साइनबोर्ड पर तमिल भाषा में नाम प्रदर्शित करें।
विधायक नेहरू ने इस मुद्दे पर कोई ढील न बरतने की अपील की और सरकार से सख्त निर्देश जारी करने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी विभागों के कार्यक्रमों के आमंत्रण पत्रों में भी तमिल भाषा का समावेश अनिवार्य किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह निर्णय तमिल भाषा के प्रति प्रेम और सम्मान के तहत लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने दुकानदारों से अपील की कि वे अपने साइनबोर्ड पर तमिल भाषा को प्रमुखता से प्रदर्शित करें।
उन्होंने कहा कि इससे स्थानीय भाषा को बढ़ावा मिलेगा और पर्यटन को भी बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि तमिल भाषा क्षेत्रीय संस्कृति और पहचान का प्रतीक है।
विधायक नेहरू ने कहा कि तमिल को उचित सम्मान दिलाने के लिए यह कदम बहुत आवश्यक था।
मुख्यमंत्री रंगासामी ने आश्वासन दिया कि इस फैसले के कार्यान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि हर प्रतिष्ठान अपने साइनबोर्ड में तमिल भाषा का उल्लेख करे।
इस फैसले का स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने स्वागत किया है।
तमिल भाषा प्रेमियों ने सरकार के इस निर्णय पर खुशी जताई है।
स्थानीय संगठनों ने भी मुख्यमंत्री के इस निर्णय को सराहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तमिल भाषा का प्रचार-प्रसार करना सरकार की प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि तमिल भाषा का संरक्षण पुडुचेरी की सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि जल्द ही संबंधित विभाग इस दिशा में ठोस कदम उठाएंगे।
सरकार ने दुकानदारों से अपील की है कि वे स्वेच्छा से तमिल भाषा के प्रति सम्मान दिखाएं।
मुख्यमंत्री ने जनता से आह्वान किया कि वे तमिल भाषा के प्रचार में अपना योगदान दें।