बिजनौर अस्पताल में बिजली गुल, मरीज की डायलिसिस से मौत।

बिजनौर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के बिजनौर स्थित एक अस्पताल में उस समय बेहद तनावपूर्ण माहौल बन गया, जब डायलिसिस करा रहे एक मरीज की बिजली गुल होने और जेनरेटर के काम न करने के कारण दुखद मृत्यु हो गई। इस हृदय विदारक घटना ने अस्पताल प्रशासन की गंभीर लापरवाही पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं, जिससे मरीज के परिजनों और स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। यह हादसा स्वास्थ्य सेवाओं की बुनियादी कमियों को उजागर करता है।
जानकारी के अनुसार, मरीज डायलिसिस प्रक्रिया से गुजर रहा था तभी अचानक अस्पताल की बिजली गुल हो गई। ऐसी आपातकालीन स्थिति में बिजली की आपूर्ति बहाल करने के लिए अस्पताल में लगे जेनरेटर को तुरंत चालू किया जाना चाहिए था, लेकिन दुर्भाग्य से जेनरेटर भी खराब हो गया और वह शुरू नहीं हो सका। बिजली न होने के कारण डायलिसिस की महत्वपूर्ण प्रक्रिया बीच में ही रुक गई, जिससे मरीज की हालत लगातार बिगड़ती चली गई और अंततः उसने दम तोड़ दिया। अस्पताल में मौजूद अन्य मरीजों और उनके परिजनों ने भी इस पूरी घटना पर अपनी गहरी नाराजगी और चिंता व्यक्त की है।
मरीज की मौत के बाद अस्पताल परिसर में परिजनों और स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया और अस्पताल प्रबंधन पर आपराधिक लापरवाही का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की। स्थानीय प्रशासन ने घटना का संज्ञान लेते हुए मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। यह घटना स्वास्थ्य सुविधाओं में बिजली बैकअप प्रणालियों की महत्ता और उनके उचित रखरखाव की आवश्यकता को रेखांकित करती है, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं को रोका जा सके और मरीजों की बहुमूल्य जान सुरक्षित रखी जा सके।