बीएसएफ के पूर्व आईजी ने सुरक्षा बल के जवानों के लिए नरम या शांतिपूर्ण पोस्टिंग पर जोर दिया.

न्होंने कहा कि लगातार कठिन परिस्थितियों में काम करने के कारण जवानों में मानसिक तनाव बढ़ रहा है, जिसके कारण आत्महत्या के मामले बढ़ रहे हैं।

उन्होंने बताया कि बीएसएफ में आत्महत्या के मामले पिछले कुछ वर्षों में काफी बढ़ गए हैं। 2021 और 2023 में सबसे अधिक 157 आत्महत्या के मामले सामने आए थे। 2024 में यह संख्या थोड़ी कम होकर 134 रह गई।

पूर्व आईजी ने कहा कि जवानों को लगातार कठिन परिस्थितियों में काम करना पड़ता है, जिससे उनका मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है। उन्होंने कहा कि जवानों को समय-समय पर नरम या शांतिपूर्ण इलाकों में तैनात किया जाना चाहिए ताकि वे कुछ समय आराम कर सकें और अपने परिवार के साथ समय बिता सकें।

उन्होंने यह भी कहा कि जवानों को मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से निपटने के लिए उचित सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए।

यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है? यह खबर सुरक्षा बलों के जवानों के मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे को उजागर करती है। यह दिखाती है कि जवानों को लगातार कठिन परिस्थितियों में काम करने के कारण मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है। यह खबर सरकार और सुरक्षा बलों को जवानों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने के लिए प्रेरित करती है।

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