भारत की परमाणु ऊर्जा नीति में सुरक्षा सर्वोपरि: जितेंद्र सिंह.

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि भारत की परमाणु ऊर्जा नीति का आधार ‘पहले सुरक्षा, फिर उत्पादन’ है।
परमाणु ऊर्जा क्षमता में वृद्धि का लक्ष्य
सरकार ने मौजूदा 8,180 मेगावाट परमाणु ऊर्जा क्षमता को 2031-32 तक बढ़ाकर 22,480 मेगावाट करने के लिए कदम उठाए हैं।
सुरक्षा मानकों पर विशेष जोर
सिंह ने कहा कि भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्र सख्त सुरक्षा मानकों के तहत संचालित होते हैं।
अंतरराष्ट्रीय निगरानी में परिचालन
उन्होंने बताया कि भारतीय परमाणु संयंत्र अंतरराष्ट्रीय निगरानी में चलते हैं, जिससे सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
रेडिएशन स्तर पर नियंत्रण
भारतीय परमाणु संयंत्रों में रेडिएशन का स्तर वैश्विक मानकों से काफी कम रहता है।
पर्यावरणीय संतुलन पर ध्यान
मंत्री ने कहा कि इन प्रयासों का उद्देश्य सुरक्षित और स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करना है।
ऊर्जा सुरक्षा का लक्ष्य
सरकार की योजना दीर्घकालिक ऊर्जा सुरक्षा और पर्यावरण संतुलन को सुनिश्चित करना है।
सुरक्षित तकनीक का उपयोग
परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में नवीनतम और सुरक्षित तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है।
वैश्विक मानकों के अनुरूप प्रबंधन
भारत के परमाणु संयंत्र विश्वस्तरीय सुरक्षा मानकों का पालन कर रहे हैं।
स्वच्छ ऊर्जा के लिए प्रयास
सरकार का लक्ष्य है कि परमाणु ऊर्जा उत्पादन के जरिए स्वच्छ और स्थायी ऊर्जा उपलब्ध कराई जाए।