भारत-चीन डब्ल्यूएमसीसी बैठक संपन्न: एलएसी पर स्थिति की व्यापक समीक्षा.

नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर जारी तनाव को लेकर सीमा मामलों पर परामर्श और समन्वय (WMCC) की अहम बैठक आयोजित की गई। विदेश मंत्रालय ने इस बैठक को “सकारात्मक और रचनात्मक” करार दिया, जिसमें दोनों पक्षों ने एलएसी की स्थिति की विस्तृत समीक्षा की और क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने के उपायों पर चर्चा की।
बैठक का उद्देश्य और प्रमुख बिंदु
यह बैठक दोनों देशों के बीच सीमा विवाद और क्षेत्रीय स्थिरता को लेकर संवाद कायम रखने के लिए आयोजित की गई थी। बैठक में भारत और चीन के अधिकारियों ने एलएसी पर सुरक्षा और गश्त के मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। इसके अलावा, सैन्य और कूटनीतिक वार्ता के माध्यम से तनाव को कम करने के लिए विभिन्न विकल्पों पर चर्चा की गई।
विदेश मंत्रालय का बयान
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, “बैठक सकारात्मक और रचनात्मक माहौल में संपन्न हुई। दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने एलएसी पर हालात की व्यापक समीक्षा की और शांति बनाए रखने के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा की।”
भारत की ओर से अधिकारियों ने चीन के साथ लंबित मुद्दों के समाधान की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पूर्वी लद्दाख के विवादित इलाकों में सेनाओं के पीछे हटने की प्रक्रिया को तेज करने की आवश्यकता है, ताकि दोनों देशों के बीच स्थायी समाधान निकल सके।
सीमा विवाद हल करने के प्रयास
बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि भारत और चीन के बीच सैन्य व कूटनीतिक स्तर पर बातचीत जारी रहेगी। दोनों देशों ने पिछले वर्षों में कई दौर की वार्ताओं के जरिए कुछ क्षेत्रों में तनाव कम किया है, लेकिन अभी भी कई मुद्दे लंबित हैं।
आगे की रणनीति
सूत्रों के अनुसार, अगली बैठक में सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने और सैनिकों की तैनाती को लेकर नए कदमों पर चर्चा होगी। साथ ही, दोनों देशों के बीच अन्य द्विपक्षीय मुद्दों पर भी वार्ता होगी।
भारत-चीन संबंधों में सुधार और सीमा विवाद को हल करने के लिए इस तरह की बैठकें भविष्य में भी जारी रहेंगी।