भारत-पाकिस्तान सीमा पर एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है, जहां कबूतरों को पकड़ने की गतिविधियां देखी गई हैं।

हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि इन कबूतरों को क्यों पकड़ा जा रहा है और इसमें कौन शामिल है, लेकिन सीमावर्ती क्षेत्रों में इस तरह की गतिविधियां अक्सर सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बन जाती हैं।
इस बीच, पाकिस्तान ने 22 अप्रैल को हुए 26 मुख्य रूप से हिंदू पुरुषों की हत्याओं में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है। हालांकि, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले का जवाब देने का संकल्प लिया है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब दोनों देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंध बने हुए हैं, और इस आतंकवादी हमले ने स्थिति को और जटिल बना दिया है।
सीमा पर कबूतरों को पकड़ने की घटना और दूसरी ओर आतंकवादी हमले पर भारत की प्रतिक्रिया का संकल्प, दोनों ही घटनाक्रम क्षेत्र में सुरक्षा और द्विपक्षीय संबंधों के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह देखना होगा कि इन घटनाओं का आगे क्या रुख होता है और क्या इससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ता है या कोई कूटनीतिक समाधान निकलता है। सुरक्षा एजेंसियां सीमा पर कबूतर पकड़ने की गतिविधियों पर नजर रख रही हैं, जबकि सरकार आतंकवादी हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए दृढ़ है।