मोदी-ट्रंप की मुलाकात से भारत-अमेरिका संबंधों को नई मजबूती.

पूर्व राजदूत सुरेंद्र कुमार ने कहा कि पीपल-टू-पीपल कनेक्शन को लेकर काफी संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा, “जो लोग वैध पासपोर्ट और वीजा के साथ अमेरिका में हैं, उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी। केवल अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई की जाएगी। तकनीकी और पेशेवर विशेषज्ञों के लिए अवसर बने रहेंगे।”
कुमार ने यह भी कहा कि भारत और भारतीय-अमेरिकी समुदाय के बीच सांस्कृतिक, धार्मिक और पारंपरिक संबंध हैं, जो दोनों देशों की नजदीकी को और बढ़ाते हैं।
मुलाकात के दौरान मोदी और ट्रंप ने लोगों के बीच बढ़ते संपर्क को आगे बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया। जॉइंट स्टेटमेंट में कहा गया कि 3 लाख से ज्यादा भारतीय छात्र हर साल अमेरिकी अर्थव्यवस्था में 8 बिलियन डॉलर का योगदान देते हैं और कई प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा करते हैं।
दोनों नेताओं ने छात्रों, शोधकर्ताओं और कर्मचारियों के आवागमन को दोनों देशों के लिए फायदेमंद बताया। यह टैलेंट फ्लो दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा।