यूपी में साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी ‘डिजिटल अरेस्ट’ स्कैम का खुलासा.
आगरा, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए ‘डिजिटल गिरफ्तारी’ (Digital Arrest) नामक एक व्यापक धोखाधड़ी रैकेट का पर्दाफाश किया है। यह सिंडिकेट तब सामने आया जब आगरा पुलिस ने इस संगठित गिरोह के तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (ADCP) आदित्य कुमार ने बताया कि इन गिरफ्तारियों से अंतरराज्यीय और संभवतः अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चल रहे इस घोटाले का खुलासा हुआ है।
पुलिस के अनुसार, ये अपराधी लोगों को वीडियो कॉल या डिजिटल माध्यमों से संपर्क करते थे। वे खुद को पुलिस या सरकारी जांच एजेंसियों का अधिकारी बताकर पीड़ितों को धमकाते थे कि उन्हें किसी गंभीर अपराध में गिरफ्तार किया जाएगा। ‘डिजिटल गिरफ्तारी’ का डर दिखाकर वे पीड़ितों को लाखों रुपये तत्काल ऑनलाइन ट्रांसफर करने के लिए मजबूर करते थे, अन्यथा जेल भेजने की धमकी देते थे। यह ठगी का एक नया और खतरनाक तरीका है जो आम जनता के बीच भय पैदा कर रहा है।
एडीजीपी आदित्य कुमार ने बताया कि पकड़े गए आरोपी कई राज्यों में इस तरह की धोखाधड़ी की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से कई मोबाइल फोन, सिम कार्ड और बैंक खाते जब्त किए हैं, जिनका उपयोग वे ठगी के लिए करते थे। पुलिस अब इस गिरोह के पूरे नेटवर्क और अन्य सहयोगियों की पहचान करने के लिए गहन जाँच कर रही है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अज्ञात व्यक्ति द्वारा सरकारी अधिकारी बनकर पैसे की मांग करने पर सतर्क रहें और तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित करें।
