रायपुर: छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने रविवार को एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि अगले एक साल के भीतर बस्तर क्षेत्र से नक्सलवाद का खात्मा कर दिया जाएगा।

उन्होंने यह दृढ़ संकल्प बस्तर में सुरक्षा बलों द्वारा चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियानों में मिल रही सफलता और सरकार की विकास नीतियों के प्रभावी कार्यान्वयन के मद्देनजर व्यक्त किया।
उपमुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि नक्सलियों का एकमात्र एजेंडा बंदूक की नोक पर हिंसा और आतंक फैलाना है। उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्य सरकार और सुरक्षा बल इस चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं और नक्सलियों के किसी भी मंसूबे को कामयाब नहीं होने देंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार बस्तर के दूरदराज के इलाकों में विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ा रही है, ताकि स्थानीय लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकें। उनका मानना है कि विकास ही नक्सलवाद की समस्या का स्थायी समाधान है।
उपमुख्यमंत्री ने सुरक्षा बलों के जवानों की बहादुरी और समर्पण की सराहना की, जो कठिन परिस्थितियों में भी नक्सलियों से मुकाबला कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार जवानों को हरसंभव संसाधन और सहायता उपलब्ध करा रही है।
उन्होंने स्थानीय लोगों से भी अपील की कि वे शांति और विकास के प्रयासों में सरकार का साथ दें और नक्सलियों के प्रभाव में न आएं। उन्होंने विश्वास जताया कि सामूहिक प्रयासों से बस्तर में जल्द ही शांति स्थापित होगी।
सरकार की इस घोषणा को बस्तर के लोगों ने उम्मीद की किरण के तौर पर देखा है, जो दशकों से नक्सली हिंसा से त्रस्त हैं। लोगों को उम्मीद है कि उपमुख्यमंत्री का यह बयान हकीकत में बदलेगा और क्षेत्र में स्थायी शांति और विकास का एक नया युग शुरू होगा।
हालांकि, कुछ विश्लेषकों का मानना है कि नक्सलवाद की समस्या इतनी आसानी से खत्म होने वाली नहीं है और इसके लिए दीर्घकालिक रणनीति और प्रभावी कार्यान्वयन की आवश्यकता होगी।
फिर भी, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा का यह बयान सरकार की मजबूत इच्छाशक्ति और बस्तर को नक्सल मुक्त बनाने के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।