राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के एक विशेष न्यायाधीश इस मामले की सुनवाई करने वाले हैं।

अधिकारियों ने बताया कि अदालत परिसर और आसपास के इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए प्रवेश और निकास बिंदुओं पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। अदालत में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की गहन तलाशी ली जा रही है।
तहव्वुर राणा, जो एक पाकिस्तानी मूल का कनाडाई व्यवसायी है, पर 2008 के मुंबई हमलों की साजिश में शामिल होने का आरोप है। इन हमलों में 166 लोग मारे गए थे और सैकड़ों घायल हुए थे। राणा को हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका से प्रत्यर्पित किया गया है और वह वर्तमान में भारतीय अधिकारियों की हिरासत में है।
माना जा रहा है कि आज पटियाला हाउस कोर्ट में उसकी पहली पेशी होगी, जहां एनआईए उससे आगे पूछताछ करने के लिए उसकी हिरासत की मांग कर सकती है। अदालत परिसर में मीडिया कर्मियों और आम लोगों की भारी भीड़ जुटने की संभावना है, जिसके मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को और चाक-चौबंद किया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लिया है और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। अदालत के अंदर और बाहर बैरिकेडिंग की गई है, और त्वरित प्रतिक्रिया टीमों को भी तैनात किया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
यह मामला भारत के लिए अत्यंत संवेदनशील है, क्योंकि 26/11 के मुंबई हमलों ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। सरकार इस मामले में तेजी से कार्रवाई कर रही है और यह सुनिश्चित करना चाहती है कि सभी आरोपियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए।
तहव्वुर राणा की पेशी इस मामले में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है, और अदालत की कार्यवाही पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। एनआईए इस मामले में और क्या खुलासे करती है, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।