श्रद्धालुओं का अंतिम जत्था लिपुलेख दर्रे से लौटा.
पिथौरागढ़, उत्तराखंड: उत्तराखंड से होकर जाने वाली प्रसिद्ध कैलाश मानसरोवर यात्रा का समापन हो गया है। श्रद्धालुओं का अंतिम जत्था लिपुलेख दर्रे से सुरक्षित लौट आया है, जिससे यात्रा सफलतापूर्वक संपन्न हुई। यह यात्रा हर साल हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है और इसे दुनिया की सबसे कठिन और पवित्र तीर्थयात्राओं में से एक माना जाता है।
इस साल की यात्रा को सफल और सुरक्षित बनाने में पिथौरागढ़ जिला प्रशासन, कुमाऊं मंडल विकास निगम, आईटीबीपी (ITBP) और बीआरओ (BRO) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन सभी एजेंसियों ने यात्रियों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और यात्रा के दौरान आवश्यक सुविधाओं को सुनिश्चित किया। दुर्गम रास्तों और खराब मौसम के बावजूद, इन एजेंसियों के सहयोग से सभी श्रद्धालु सुरक्षित लौट आए।
यात्रा का सफल समापन यह दर्शाता है कि भारत सरकार और उत्तराखंड सरकार तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह यात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह भारत और चीन के बीच राजनयिक संबंधों को भी मजबूत करती है।
