हजारीबाग और रामगढ़ में नकली पनीर की बरामदगी से बढ़ी चिंताएं

रांची, झारखंड: झारखंड के हजारीबाग और रामगढ़ जिलों में बड़े पैमाने पर नकली पनीर की बरामदगी ने खाद्य सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं। अधिकारियों द्वारा की गई इस कार्रवाई से प्रदेश में मिलावटी खाद्य पदार्थों के बढ़ते कारोबार का खुलासा हुआ है, जो सीधे तौर पर आम लोगों के स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा बन रहा है। यह घटना त्यौहारों से पहले और भी अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता पर जोर देती है।
मिली जानकारी के अनुसार, अकेले हजारीबाग जिले में अधिकारियों ने लगभग 4000 किलोग्राम नकली पनीर जब्त किया है, जिसे तत्काल नष्ट कर दिया गया। इतनी बड़ी मात्रा में नकली पनीर का मिलना यह दर्शाता है कि यह अवैध कारोबार कितने बड़े पैमाने पर और संगठित तरीके से चल रहा था। इस नकली पनीर को संभवतः विभिन्न होटलों, रेस्तरां, ढाबों और स्थानीय बाजारों में खपाया जा रहा था, जिससे यह अनजाने में उपभोक्ताओं तक पहुंच रहा था। इस नकली पनीर में किस तरह की सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा था, इसकी भी गहन जांच की जा रही है, क्योंकि अक्सर ऐसे उत्पादों में स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक रसायन और अखाद्य वस्तुएं मिली होती हैं।
इस घटना ने झारखंड में खाद्य सुरक्षा मानकों की निगरानी और प्रवर्तन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन को अब इन नकली खाद्य पदार्थों के निर्माण और वितरण में शामिल गिरोहों के खिलाफ न केवल कड़ी कार्रवाई करनी होगी, बल्कि उनकी जड़ों तक पहुंचना होगा। लोगों से भी अपील की गई है कि वे खाद्य पदार्थ खरीदते समय अत्यधिक सतर्क रहें और केवल विश्वसनीय स्रोतों से ही खरीदारी करें। यह बरामदगी आने वाले त्योहारी सीजन से पहले एक बड़ी चेतावनी के रूप में आई है, जब ऐसे मिलावटी उत्पादों की मांग बढ़ जाती है।