व्हाइट हाउस में ट्रंप और ज़ेलेंस्की की बैठक, यूक्रेन-अमेरिका के बीच नया समझौता.

वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को घोषणा की कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की शुक्रवार को व्हाइट हाउस का दौरा करेंगे। इस बैठक में एक महत्वपूर्ण खनिज समझौते पर हस्ताक्षर होंगे, जिससे दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंध और मजबूत होंगे।
क्या है समझौते की अहमियत?
- यह समझौता अमेरिका को यूक्रेन के दुर्लभ खनिजों तक पहुंच प्रदान करेगा।
- इन खनिजों का उपयोग विमानन, रक्षा और परमाणु उद्योगों में किया जाता है।
- ट्रंप ने इसे “बहुत बड़ा समझौता” बताया।
यूक्रेन को मदद की वापसी का मौका?
- ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने यूक्रेन को युद्ध में बहुत मदद दी है और यह सौदा उसका प्रतिफल होगा।
- उनका कहना है कि पिछली सरकार ने अमेरिका को मुश्किल स्थिति में डाला लेकिन अब यह समझौता आर्थिक रूप से मददगार होगा।
ज़ेलेंस्की की चिंताएं
- ज़ेलेंस्की ने कहा कि समझौते का फ्रेमवर्क तैयार है, लेकिन इसमें अभी तक सुरक्षा गारंटी शामिल नहीं है।
- उन्होंने कहा कि यूक्रेन को यह जानने की जरूरत है कि अमेरिका की सैन्य सहायता जारी रहेगी या नहीं।
नाटो को लेकर ट्रंप का रुख
- ट्रंप ने साफ कहा कि यूक्रेन को नाटो में शामिल होने की उम्मीद छोड़ देनी चाहिए।
- उन्होंने संकेत दिया कि अमेरिका यूरोप से अधिक जिम्मेदारी लेने की उम्मीद करता है।
- उनका मानना है कि नाटो विवाद ही युद्ध का मुख्य कारण बना।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप का रुख
- ट्रंप ने कहा कि वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से जल्द मिलना चाहते हैं।
- वे युद्ध को समाप्त करने के लिए दोनों पक्षों से रियायतों की मांग कर सकते हैं।
- हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि वह किन शर्तों पर शांति समझौता चाहते हैं।
यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी नहीं देगा अमेरिका?
- ट्रंप ने कहा, “हम यूरोप को इस जिम्मेदारी के लिए तैयार करेंगे।”
- हालांकि, अमेरिका के खनिज क्षेत्रों में निवेश से सुरक्षा स्वतः ही बढ़ जाएगी।
- उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिकी उपस्थिति के कारण कोई खतरा नहीं उठाएगा।