राष्ट्रीय शिक्षा नीति से क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा मिल रहा है: बीजेपी सांसद दिनेश शर्मा

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद दिनेश शर्मा ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के तहत क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। संसद के बाहर मीडिया से बात करते हुए शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार क्षेत्रीय भाषाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और नई शिक्षा नीति इसी दिशा में एक बड़ा कदम है।

दिनेश शर्मा ने कहा, “राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मुख्य उद्देश्य भारत की विविधता को बनाए रखते हुए क्षेत्रीय भाषाओं को सशक्त बनाना है। इससे छात्रों को अपनी मातृभाषा में पढ़ाई का अवसर मिलेगा, जिससे उनकी बौद्धिक और सांस्कृतिक पहचान को मजबूती मिलेगी।”

शर्मा ने द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) पर निशाना साधते हुए कहा कि DMK राज्य में भाषा के मुद्दे को उठाकर विकास कार्यों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “जब केंद्र सरकार देश के हर हिस्से में शिक्षा और विकास के लिए प्रयास कर रही है, तब DMK भाषा विवाद खड़ा कर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। यह केवल राजनीति के लिए किया जा रहा है।”

भाजपा सांसद ने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत मातृभाषा और क्षेत्रीय भाषाओं को प्राथमिक शिक्षा के स्तर पर लागू किया जा रहा है, जिससे छात्रों को बेहतर समझ और सीखने की क्षमता विकसित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य देश के सांस्कृतिक और भाषाई वैविध्य को संरक्षित करना और उसे मजबूत बनाना है।

दिनेश शर्मा ने कहा कि सरकार क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने और शिक्षा प्रणाली को अधिक समावेशी और सुलभ बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को नकारात्मक राजनीति छोड़कर विकास के मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए।

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