औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद गहराया, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी.

औरंगाबाद: महाराष्ट्र के औरंगाबाद (अब छत्रपति संभाजीनगर) में स्थित औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। हिंदू संगठनों ने कब्र को हटाने की मांग करते हुए प्रदर्शन तेज कर दिए हैं। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने कब्र को हटाने की चेतावनी दी है, जिसके बाद प्रशासन ने इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि राज्य सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और किसी भी तरह के अराजक तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा।
विवाद की शुरुआत कैसे हुई
यह विवाद तब शुरू हुआ जब हिंदू संगठनों ने औरंगजेब की कब्र पर कुछ कट्टरपंथी संगठनों द्वारा की गई गतिविधियों को लेकर आपत्ति जताई। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद का कहना है कि औरंगजेब का महिमामंडन नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि उसने भारतीय संस्कृति और हिंदू धर्म के खिलाफ कई अत्याचार किए थे।
बजरंग दल के एक नेता ने कहा, “औरंगजेब ने हिंदू मंदिरों को नष्ट किया और हिंदुओं पर अत्याचार किए। उसकी कब्र को एक पर्यटन स्थल के रूप में दिखाना हमारी संस्कृति का अपमान है। इसे तुरंत हटाया जाना चाहिए।”
सरकार का रुख
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “औरंगजेब का महिमामंडन किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर किसी ने कानून व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सरकार की प्राथमिकता राज्य में शांति और सौहार्द बनाए रखना है।”
सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
विवाद को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने औरंगजेब की कब्र के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। पुलिस ने कब्र के चारों ओर बैरिकेडिंग कर दी है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।
विपक्ष का रुख
विपक्षी दलों ने इस विवाद को अनावश्यक बताया है। एनसीपी के नेता ने कहा, “यह विवाद जानबूझकर खड़ा किया जा रहा है ताकि सांप्रदायिक तनाव फैलाया जा सके। सरकार को सभी पक्षों से बात करके इस मुद्दे को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाना चाहिए।”
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों में इस विवाद को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया है। कुछ लोगों ने कहा कि धार्मिक स्थलों को राजनीति से दूर रखना चाहिए, जबकि कुछ लोगों ने कब्र को हटाने की मांग का समर्थन किया है।
भविष्य की स्थिति
प्रशासन ने कहा है कि वह सभी पक्षों से बात करके इस मुद्दे का समाधान निकालेगा। फिलहाल, इलाके में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।