कर्नाटक के पूर्व विधायक बसनगौड़ा पाटिल बनाएंगे नई हिंदू पार्टी, भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप.

बेंगलुरु: कर्नाटक में सियासी हलचल तेज हो गई है। भाजपा से 6 सालों के लिए निष्कासित किए गए पूर्व विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने प्रदेश में नई हिंदू पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने भाजपा पर वंशवाद और परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में एक सशक्त हिंदू नेतृत्व की जरूरत है, जो आम जनता की भावनाओं का सही प्रतिनिधित्व कर सके।
भाजपा से नाराजगी बनी अलग पार्टी की वजह
बसनगौड़ा पाटिल ने भाजपा नेतृत्व पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा अब अपने मूल सिद्धांतों से भटक चुकी है और इसमें केवल कुछ गिने-चुने परिवारों का वर्चस्व रह गया है। उन्होंने दावा किया कि पार्टी में जमीनी कार्यकर्ताओं की कोई सुनवाई नहीं होती और वंशवाद हावी हो गया है।
नई पार्टी की विचारधारा
अपनी नई पार्टी की विचारधारा के बारे में बताते हुए पाटिल ने कहा कि यह हिंदुत्व के मूल सिद्धांतों पर आधारित होगी। पार्टी का मकसद हिंदू समुदाय के हितों की रक्षा करना और कर्नाटक की सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि नई पार्टी किसानों, युवाओं और गरीबों के लिए काम करेगी और पारदर्शी राजनीति को बढ़ावा देगी।
अन्य नेताओं से समर्थन की अपील
पाटिल ने राज्य के अन्य भाजपा असंतुष्ट नेताओं से भी अपनी नई पार्टी से जुड़ने की अपील की है। उन्होंने दावा किया कि कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता भाजपा से नाराज हैं और वे जल्द ही उनके साथ आने वाले हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में उनकी पार्टी का नाम, चुनावी एजेंडा और रणनीति का ऐलान किया जाएगा।
राजनीतिक विश्लेषकों की राय
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि कर्नाटक की राजनीति में यह बड़ा बदलाव ला सकता है। राज्य में पहले से ही भाजपा, कांग्रेस और जेडीएस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है, ऐसे में एक नई हिंदू पार्टी के आने से समीकरण बदल सकते हैं।
बसनगौड़ा पाटिल की इस घोषणा के बाद कर्नाटक की राजनीति में हलचल बढ़ गई है। अब देखना होगा कि उनकी पार्टी को कितना समर्थन मिलता है और यह भाजपा को कितना नुकसान पहुंचा सकती है।