पटना: लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 को पास कर दिया गया, जिसमें जनता दल (यूनाइटेड) [JDU] ने खुलकर समर्थन दिया। पार्टी नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीतियों की सराहना की और कहा कि उन्होंने राज्य में मुस्लिम समुदाय के लिए कई सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक सुधार किए हैं।
मुख्य बातें:
लोकसभा में वक्फ बिल पर 12 घंटे की लंबी बहस हुई।
JD(U) ने इस विधेयक को समर्थन देकर सभी को चौंकाया।
ललन सिंह ने कहा, “नीतीश कुमार का धर्मनिरपेक्षता केवल नारे तक सीमित नहीं है।”
उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि “सेक्युलरिज़्म का प्रमाण पत्र लेने की ज़रूरत नहीं।”
नीतीश कुमार की नीतियां मुस्लिम समुदाय को मजबूत कर रही हैं।
JDU का यह समर्थन आगामी बिहार विधानसभा चुनावों के लिहाज से अहम माना जा रहा है।
बिहार में नीतीश कुमार पिछले 20 वर्षों से सत्ता में हैं।
विपक्षी दलों ने JDU के इस कदम पर सवाल उठाए।
राजद और कांग्रेस ने इसे मुस्लिम विरोधी निर्णय बताया।
JDU का कहना है कि यह बिल सभी समुदायों के हितों को ध्यान में रखता है।
राजनीतिक प्रभाव:
JDU का समर्थन बीजेपी के साथ इसके मजबूत होते रिश्ते को दिखाता है।
नीतीश कुमार की पार्टी ने पहले भी विवादित विधेयकों पर भाजपा का समर्थन किया है।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, JDU का यह कदम मुस्लिम वोटों को प्रभावित कर सकता है।
बिहार चुनाव से पहले यह समर्थन JDU की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
बिहार में मुस्लिम मतदाता संख्या लगभग 16-17% है।
विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश कर सकती हैं।
लोकसभा में विपक्षी दलों ने JDU के रुख की आलोचना की।
राज्य में इस फैसले को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है।
BJP ने JDU के समर्थन का स्वागत किया।
अगले कुछ दिनों में इस मुद्दे पर और राजनीतिक उथल-पुथल होने की संभावना है।