भारत-ईयू मुक्त व्यापार समझौता जल्द होगा अंतिम रूप में: विदेश मंत्रालय.

नई दिल्ली: विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारत और यूरोपीय संघ (EU) के बीच मुक्त व्यापार समझौता (FTA) जल्द ही पूरा होने की उम्मीद है। हाल ही में यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने भारत का दौरा किया था, जिसमें इस समझौते को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा हुई।
मुख्य बातें:
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने वार्ता को तेजी से आगे बढ़ाने पर सहमति जताई।
- दोनों पक्षों ने इस वर्ष के भीतर समझौते को अंतिम रूप देने का निर्देश दिया।
- विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) तन्मय लाल ने कहा कि वार्ता तेज गति से आगे बढ़ रही है।
- भारत-ईयू एफटीए पर कई दौर की बातचीत पहले ही हो चुकी है।
- इस समझौते से भारत और यूरोपीय संघ के बीच व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
- यह भारतीय उद्योगों और यूरोपीय बाजारों के लिए नए अवसर खोलेगा।
- मुक्त व्यापार समझौते से भारत के निर्यात को नई ऊंचाइयां मिलने की उम्मीद है।
- दोनों पक्ष व्यापार नियमों और टैरिफ को कम करने पर सहमत हो सकते हैं।
- इस समझौते से भारत के विनिर्माण, टेक्सटाइल, और आईटी सेक्टर को लाभ होगा।
- यूरोपीय संघ भारत के सबसे बड़े व्यापार भागीदारों में से एक है।
- भारत-ईयू के बीच 2023 में लगभग 100 बिलियन डॉलर का व्यापार हुआ था।
- यह समझौता निवेश और आर्थिक सहयोग को भी मजबूत करेगा।
- बड़ी कंपनियों के लिए यह एक ऐतिहासिक अवसर साबित हो सकता है।
- बदलती वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत-ईयू साझेदारी और मजबूत होगी।
- दोनों देशों के बीच नई तकनीकों और अनुसंधान में सहयोग बढ़ेगा।
- भारत ने ऑटोमोबाइल, फार्मा और कृषि उत्पादों पर छूट की मांग की है।
- यूरोपीय संघ डिजिटल व्यापार और डाटा संरक्षण पर विशेष ध्यान दे रहा है।
- वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारी इस समझौते को प्राथमिकता से पूरा करना चाहते हैं।
- भारत-ईयू व्यापार वार्ता के अगले चरण में महत्वपूर्ण घोषणाएं हो सकती हैं।
- यदि यह समझौता सफल होता है, तो यह भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।