पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद कश्मीर का पर्यटन उद्योग गहरे संकट में घिर गया है।

सुरक्षा संबंधी चिंताओं के कारण पर्यटकों द्वारा अपनी बुकिंग रद्द की जा रही है, जिससे इस फलते-फूलते उद्योग को भारी झटका लगा है और पर्यटन हितधारकों का कहना है कि इसे उबरने में वर्षों लग सकते हैं।

पर्यटन से जुड़े लोगों का कहना है कि इस आतंकी हमले ने पर्यटकों के बीच डर का माहौल पैदा कर दिया है, जिसके कारण वे अपनी यात्रा योजनाओं को रद्द कर रहे हैं। होटलों, गेस्ट हाउसों और टूर ऑपरेटरों को पहले से ही बड़ी संख्या में बुकिंग रद्द होने की सूचना मिल रही है। यह स्थिति तब और भी गंभीर हो जाती है जब पर्यटन उद्योग पहले से ही पिछले कुछ वर्षों में विभिन्न चुनौतियों का सामना कर रहा था।

पर्यटन हितधारकों का मानना है कि इस हमले से कश्मीर की छवि एक असुरक्षित गंतव्य के रूप में और मजबूत होगी, जिससे पर्यटकों का विश्वास बहाल करना एक बड़ी चुनौती बन जाएगा। उनका कहना है कि सरकार को तत्काल प्रभावी सुरक्षा उपाय करने और पर्यटकों के बीच विश्वास पैदा करने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है। इसके साथ ही, पर्यटन उद्योग को फिर से पटरी पर लाने के लिए दीर्घकालिक रणनीति बनाने की भी आवश्यकता है।

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