छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में चल रहे नक्सल विरोधी अभियान के दौरान शनिवार को एक आईईडी (Improvised Explosive Device) विस्फोट में डीआरजी (जिला रिजर्व गार्ड) का एक जवान घायल हो गया।

यह घटना उस क्षेत्र में हुई जिसे नक्सलियों की सबसे मजबूत सैन्य इकाई, पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) बटालियन नंबर 1 का गढ़ माना जाता है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सुरक्षा बल इलाके में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना के बाद तलाशी अभियान चला रहे थे। इसी दौरान, एक जवान का पैर गलती से नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी पर पड़ गया, जिससे विस्फोट हो गया। घायल जवान को तत्काल प्राथमिक उपचार दिया गया और आगे के इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
यह क्षेत्र छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा के पास स्थित है और घने जंगलों से घिरा हुआ है, जो नक्सलियों के लिए छिपने और अपनी गतिविधियों को संचालित करने के लिए अनुकूल है। सुरक्षा बल इस इलाके में नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चला रहे हैं ताकि उनकी पकड़ को कमजोर किया जा सके। इस घटना के बावजूद, नक्सल विरोधी अभियान जारी है और सुरक्षा बल इलाके में सतर्कता बरत रहे हैं।