यह बैठक नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी की पीएम से हुई बैठक के ठीक एक दिन बाद हुई है, जिसमें उन्होंने अरब सागर में महत्वपूर्ण समुद्री क्षेत्रों की स्थिति की जानकारी दी थी।

हालांकि बैठक में क्या चर्चा हुई, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन यह स्पष्ट है कि भारत पाकिस्तान पर लगातार दबाव बढ़ा रहा है। केंद्र सरकार ने पहलगाम हमले के पीछे “सीमा पार से जुड़े नेटवर्क” का जिक्र करते हुए सख्त कार्रवाई का संकेत दिया है। भारत ने साफ कर दिया है कि हमले में शामिल लोगों को कड़ी सजा दी जाएगी।
हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि सेना को आतंकियों के खिलाफ जवाब देने के लिए “पूरी ऑपरेशनल स्वतंत्रता” दी गई है। इसमें हमले की जगह, समय और तरीके का निर्णय सेना पर छोड़ा गया है। सरकार की तरफ से यह संदेश दिया गया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।