प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आंध्र प्रदेश में कथित तौर पर हुए 3,200 करोड़ रुपये के शराब घोटाले पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।

ईडी ने इस मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया है और विशेष जांच दल (एसआईटी) से एफआईआर, आरोप पत्र और संदिग्धों के बैंक खाते के विवरण सहित सभी जानकारी मांगी है। इस मामले में 33 लोगों को आरोपी बनाया गया है।
ईडी के अनुसार, यह घोटाला पिछली वाईएसआरसीपी सरकार के कार्यकाल के दौरान हुआ था। जांच एजेंसी उन व्यक्तियों और संस्थाओं की भूमिका की जांच कर रही है जिन्होंने कथित तौर पर अवैध रूप से धन अर्जित किया और उसे विभिन्न माध्यमों से ठिकाने लगाया। ईडी का ध्यान अब अपराध की आय के अंतिम लाभार्थियों का पता लगाने पर केंद्रित है।
अधिकारियों का कहना है कि यह शराब से संबंधित सबसे बड़े वित्तीय घोटालों में से एक हो सकता है, जिसकी जड़ें विभिन्न क्षेत्रों और मुखौटा कंपनियों तक फैली हुई हैं। ईडी इस मामले में नामित सभी लोगों की संपत्ति के विवरण, वित्तीय लेनदेन और स्वामित्व रिकॉर्ड की गहन जांच कर रहा है।