तेंदुए से जुड़ी RTI जानकारी देने से वन विभाग का इनकार।

‘देश की संप्रभुता को खतरा’ बताया
रायपुर, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ वन विभाग ने एक तेंदुए से संबंधित RTI (सूचना का अधिकार) क्वेरी का जवाब देने से इनकार कर दिया है। विभाग ने तर्क दिया है कि जानकारी सार्वजनिक करने से “भारत की संप्रभुता, अखंडता, सुरक्षा और विदेशी देशों के साथ संबंधों पर प्रतिकूल प्रभाव” पड़ सकता है। यह असामान्य प्रतिक्रिया वन्यजीव प्रबंधन और सूचना के अधिकार के बीच एक नया विवाद खड़ा कर रही है।
दरअसल, 7 मई को डोंगरगढ़ के सुदर्शन पहाड़ी से एक तेंदुआ पकड़ा गया था और उसे एक अज्ञात स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया था। जवाब में, वन विभाग ने RTI जो उन सूचनाओं को सार्वजनिक करने से रोकता है जिनसे देश की सुरक्षा और संप्रभुता को खतरा हो सकता है। इसके अतिरिक्त, विभाग ने यह भी कहा कि वन्यजीवों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जानकारी को गोपनीय रखा गया है।
विभाग का यह तर्क कई लोगों को हैरान कर रहा है, क्योंकि एक तेंदुए के ठिकाने से देश की सुरक्षा या अंतरराष्ट्रीय संबंधों को खतरा कैसे हो सकता है, यह स्पष्ट नहीं है। वन्यजीव प्रेमियों और RTI कार्यकर्ताओं ने इस फैसले पर सवाल उठाए हैं और पारदर्शिता की कमी की आलोचना की है।
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