चीन पर टैरिफ बढ़ने से अमेरिकी बाजारों में भारतीय निर्यात को बढ़त।

नई दिल्ली: अमेरिका द्वारा चीन और कुछ अन्य देशों से आयातित वस्तुओं पर टैरिफ (शुल्क) बढ़ाने के बाद, भारतीय निर्यात के लिए अमेरिकी बाजारों में प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ने की उम्मीद है। इस कदम को भारत के लिए एक बड़ा अवसर माना जा रहा है, जिससे भारतीय उत्पादों को अमेरिकी बाजार में अपनी पहुंच बनाने और हिस्सेदारी बढ़ाने का मौका मिलेगा।
नीति आयोग (NITI Aayog) ने कहा है कि उत्पादों की संख्या और मात्रा दोनों के संदर्भ में अमेरिकी बाजारों में भारत के लिए महत्वपूर्ण अवसर पैदा होंगे। अमेरिका द्वारा चीन पर लगाए गए अतिरिक्त टैरिफ के कारण, चीनी उत्पादों की कीमतें बढ़ जाएंगी, जिससे भारतीय उत्पाद तुलनात्मक रूप से सस्ते और अधिक आकर्षक हो जाएंगे। यह स्थिति भारत के निर्माताओं और निर्यातकों के लिए एक अनुकूल माहौल बनाएगी, खासकर उन क्षेत्रों में जहाँ भारत के पास पहले से ही उत्पादन क्षमता और विशेषज्ञता मौजूद है।
यह नीतिगत बदलाव भारत को वैश्विक व्यापार में अपनी स्थिति मजबूत करने का मौका देता है। सरकार और उद्योग दोनों को इन अवसरों का लाभ उठाने के लिए मिलकर काम करना होगा। इसमें उत्पादन क्षमताओं को बढ़ाना, गुणवत्ता मानकों में सुधार करना और अमेरिकी बाजार की विशेष जरूरतों को पूरा करना शामिल होगा। यह भारत के ‘मेक इन इंडिया’ अभियान को भी बढ़ावा देगा और निर्यात-आधारित विकास को गति देगा।