भुवनेश्वर वैज्ञानिक शहद खेती से आय बढ़ाकर स्वास्थ्य सुधार रहे हैं।

भुवनेश्वर, ओडिशा: ओडिशा में एक वैज्ञानिक छोटे और बिना डंक वाली मधुमक्खियों के जरिए शहद की खेती को नया आयाम दे रहे हैं। डॉ. बिकास कुमार पात्रा का मिशन इन मधुमक्खियों के पालन को सरल और आसान तरीके से किसानों तक पहुँचाना है, जिससे न केवल उनकी आय बढ़ेगी बल्कि स्वास्थ्यवर्धक शहद का उत्पादन भी होगा।

डॉ. पात्रा ने पाया कि ये मधुमक्खियां बिना डंक के होती हैं, जिससे इन्हें पालना बहुत आसान है। ये मधुमक्खियां जो शहद बनाती हैं, वह औषधीय गुणों से भरपूर होता है। उनका यह प्रयास किसानों को पारंपरिक खेती के अलावा आय का एक अतिरिक्त स्रोत प्रदान कर रहा है।

यह पहल न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रही है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इन मधुमक्खियों के पालन से परागण (pollination) को बढ़ावा मिलता है, जो फसलों की पैदावार बढ़ाने में सहायक है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *