RSS के लेख पर मचा सियासी घमासान, केरल CM और विपक्ष का BJP-RSS पर अल्पसंख्यक विरोधी रवैये का आरोप.

आरएसएस के मुखपत्र ‘ऑर्गनाइज़र’ में छपे एक लेख को लेकर केरल की राजनीति में उबाल आ गया है।

इस लेख में कैथोलिक चर्च की संपत्तियों का ज़िक्र किया गया था।

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इसे संघ परिवार की अल्पसंख्यक विरोधी मानसिकता का प्रमाण बताया।

विजयन ने कहा कि यह लेख बहुसंख्यक साम्प्रदायिकता को उजागर करता है।

उन्होंने आरोप लगाया कि यह एक सुनियोजित प्रयास है जिससे अल्पसंख्यकों को अलग-थलग किया जा रहा है।

लेख को बाद में हटा लिया गया, लेकिन मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे मंशा नहीं छुपती।

विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने भी RSS और BJP पर तीखा हमला बोला।

उन्होंने कहा कि लेख में चर्च की 7 करोड़ हेक्टेयर जमीन को अवैध बताकर उसे सरकार द्वारा अधिग्रहित करने की मांग की गई।

सतीसन ने कहा कि RSS अब चर्च की संपत्तियों पर नजर गड़ाए हुए है।

उन्होंने सवाल किया कि भाजपा और RSS इस लेख को लेकर स्पष्ट रुख क्यों नहीं अपना रहे हैं।

सतीसन ने आरोप लगाया कि बीजेपी देश के अन्य हिस्सों में ईसाई समुदाय पर हमले कर रही है।

उन्होंने कहा कि जब सवाल पूछे जाते हैं तो बीजेपी पत्रकारों को बाहर निकाल देती है।

लेख उसी दिन प्रकाशित हुआ जिस दिन संसद में वक्फ संशोधन विधेयक पारित हुआ।

सतीसन ने कहा कि हमने पहले ही चेताया था कि वक्फ बिल के बाद चर्च बिल आएगा।

विपक्ष का कहना है कि यह RSS की दोहरी नीति को दर्शाता है।

केरल में ईसाइयों को लुभाने की कोशिश हो रही है, जबकि बाकी देश में उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।

विजयन ने सभी धर्मनिरपेक्ष ताकतों से एकजुट होकर विरोध करने की अपील की।

विपक्ष ने बीजेपी से इस मुद्दे पर सार्वजनिक स्पष्टीकरण देने की मांग की।

लेख के माध्यम से चर्च की ऐतिहासिक संपत्तियों को विवादास्पद बनाने की कोशिश की गई।

इस मुद्दे ने आगामी चुनावों से पहले राज्य में नया राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है।

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