जेएनयू छात्र संघ चुनाव की तैयारियाँ जोरों पर.
लेफ्ट और ABVP में कड़ी टक्कर 🗳️ campus
नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में आगामी छात्र संघ चुनाव (JNUSU 2025-26) के लिए तैयारियाँ जोरों पर चल रही हैं। विश्वविद्यालय परिसर एक बार फिर से सियासी बहसों, पोस्टर और भाषणों से गुलजार हो गया है। छात्र संगठनों ने चुनाव में जीत हासिल करने के लिए अपनी रणनीतियाँ तैयार करनी शुरू कर दी हैं। इन चुनावों को देश की छात्र राजनीति का अहम हिस्सा माना जाता है।
आगामी JNUSU चुनावों में वामपंथी संगठनों (Left Parties) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के बीच कड़ी टक्कर होने की उम्मीद है। पिछले चुनाव में वामपंथी दलों के गठबंधन ने शानदार जीत हासिल करते हुए सभी प्रमुख पदों पर कब्जा कर लिया था। ABVP इस बार उस हार का बदला लेने और परिसर की राजनीति में वापसी करने के लिए पूरी शक्ति झोंक रहा है। दोनों गुटों के कार्यकर्ता छात्रों को अपने पक्ष में करने के लिए सघन अभियान चला रहे हैं।
चुनाव समिति ने मतदान की तारीख और परिणाम घोषणा की व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। मुख्य मुद्दों में फीस वृद्धि, शोध सुविधाओं, और परिसर में सुरक्षा व्यवस्था शामिल हैं। JNU छात्र संघ चुनाव सिर्फ एक विश्वविद्यालय का चुनाव नहीं होता, बल्कि इसे राष्ट्रीय राजनीतिक रूझानों का एक संकेतक माना जाता है। सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि इस बार कैंपस की सत्ता किसके हाथ जाती है।
